घर में ईशान, उत्तर और वायव्य कोण को हमेशा खाली और साफ-सुथरा रखें। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती। घर के सदस्यों में प्रेम बना रहता है। आपके जीवन में कामयाबी की राह खुलती है।
घर की दीवारों, छत व दरवाजे-खिड़कियों के रंग-रोगन में हल्के रंग ही इसतेमाल करें। घर में काला, कॉफी रंग और बैंगनी रंग का इस्तेमाल न करें। घर का रंग-रोगन आंखों को चुभने वाला नहीं होना चाहिए।
आप अपने घर में सीढ़ियों को पूर्व से पश्चिम या उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर बनवाएं तो बेहतर है। उत्तर-पूर्व में सीढ़ियां बनवाने से बचना चाहिए।
ब्रह्ममुहूर्त में या सायंकाल में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इसी काल में धन के देवता कुबेर और मां लक्ष्मी का घर के अंदर आगमन होता है। इस काल में झाड़ू लगाने से वे बाहर चले जाते ह
वास्तु के मुताबिक नल से पानी टपकते रहना दरिद्रता का सूचक है। अत: यह ध्यान रखें कि घर में कहीं भी नल से पानी लीक न हो।
आप अपने घर के परिसर में पूर्व या उत्तर दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं। इससे आर्थिक तरक्की की राह खुलती है।