वास्तु शास्त्र में खिड़कियों को लेकर कुछ नियम बताए गए हैं। माना जाता है कि वास्तु के नियमों के तहत खिड़की न लगाने पर व्यक्ति को जीवन में कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है।
घर के अंदर खिड़की को दक्षिण दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इस दिशा में खिड़की को लगाने का नकारात्मक प्रभाव घर की सुख-शांति पर पड़ता है।
किसी भी कमरे की पश्चिम दिशा में खिड़की को न लगाएं। माना जाता है कि इस दिशा में खिड़की लगाने से व्यक्ति को संकटों का सामना करना पड़ता है।
खिड़की को गलत दिशा में लगाने से घर में नकारात्मकता बढ़ती है। अगर आपके घर में भी खिड़की गलत दिशा में है तो समय रहते उपाय कर लें।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि किसी भी कमरे में खिड़की को नियमों के तहत नहीं लगाएंगे तो उसके कारण मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है।
खिड़की को गलत दिशा में लगाने का बुरा असर स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इससे बचने का तरीका है कि खिड़की को सही दिशा में लगाएं।
खिड़की से जुड़े नियमों का न मानने पर करियर में भी बाधाओं का सामना करना पड़ता है। इससे तरक्की पाने में सबसे ज्यादा मुश्किल होती है।
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। हमारी तरफ से उपरोक्त सूचना की पुष्टि नहीं की जा रही है।
यहां हमने जाना कि घर की खिड़कियों को सही दिशा में न लगाने पर क्या होता है। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ