बाथरूम का निर्माण कराते समय यदि वास्तुशास्त्र का ध्यान न रखा जाए तो स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है और आर्थिक नुकसान हो सकता है। क्योंकि घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।
यदि कमरे में अटैच्ड बाथरूम है और आप अपने पैर उसकी ओर करके साेते हैं तो पति पत्नी के बीच में झगड़ा हो सकता है। इसलिए बाथरूम की ओर पैर नहीं करना चाहिए।
अटैच्ड बाथरूम का कमरा हमेशा बंद रखना चाहिए। सोते समय दरवाजा बंद होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो दांपत्य जीवन में तकरार हो सकती है और बात तलाक तक जा सकती है।
बाथरूम के वास्तु दोष को दूर करने के लिए कांच की कटोरी में सेंधा नमक भरकर रखें। एक सप्ताह तक बाथरूमें रखा रहने दे। इससे बाथरूम से सकारात्मक ऊर्जा बाथरूम से आती है।
टायलेट शीट को भी हमेशा बंद करके रखें। क्यों शीट से निगेटिव ऊर्जा बाहर निकलती रहती है। इससे घर व कमरे में नकारात्मकता आती है। साथ ही कई परेशानियों सहित आर्थिक नुकसान होता है।
बाथरूम में गीले कपड़े नल के ऊपर न रखें। क्योकि गीले कपड़े घर में रखने से वास्तु दोष होता है। साथ ही बाथरूम में कपड़े अधिक देर तक भिगोकर नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तुदोष होता है।