शास्त्रों और वास्तु के अनुसार हम जहां रहते हैं, उसका हमारे जीवन और भाग्य का सीधा प्रभाव पड़ता है। इसलिए रहने की जगह सावधानी से चुननी चाहिए।
कुछ लोगों को भीड़-भाड़ पसंद नहीं होती है। वे एकांत जगह पर रहते हैं। जबकि मान्यता के अनुसार नगर-गांव से बाहर घर नहीं होना चाहिए।
किसी चौक या चौराहे के पास रहने से वास्तु दोष हो सकता है। ऐसी जगह पर नकारात्मक ऊर्जा होती है। इसका परिवार पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
घर के आसपास शराब या मांस-मछली की दुकान होने को भी अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसी जगह पर हमेशा कुछ न कुछ बुरा होता रहता है।
यदि घर के पास कारखाना, फैक्ट्री या शोर वाला कोई काम होता है तो आसपास कभी शांति नहीं रह सकती है। इसका प्रभाव जीवन पर भी पड़ता है।
घर में कोई बच्चा हो तो आसपास नदी या तालाब खतरनाक साबित हो सकता है। इसके अलावा नदी में बाढ़ आने का भी खतरा होता है।
मकान बनाने या खरीदते समय ध्यान रखें की जमीन असमतल न होगा। इसी तरह चूहों के बिल और गड्ढे वाली जमीन पर भी घर नहीं बनाना चाहिए।