हिन्दू धर्म में पापमोचनी एकादशी को चैत्र महीने की कृष्ण पक्ष को मनाई जाती है। आज के इस लेख में बताएंगे की इस एकादशी व्रत का पारण कैसे करें-
मान्यताओं के अनुसार, इस एकादशी का व्रत करने से आपके पापों और बुरे कर्मों का नाश हो सकता है। साथ ही, इससे मन और आत्मा शुद्ध होती है।
पापमोचनी एकादशी व्रत का पारण करने के लिए अगले दिन सुबह उठकर स्नान कर, साफ वस्त्र धारण करे, इसके बाद भगवान विष्णु का पूजा करें और व्रत खोलें।
इस व्रत का पारण करने के लिए फल, खिचड़ी, सादा भोजन, दही-चावल का सेवन कर सकते हैं। ध्यान रखें तामसिक भोजन ग्रहण ना करे।
पापमोचनी एकादशी व्रत का पारण करते समय गुस्सा, अंहकार या किसी को बुरा बोलने से बचें। ऐसा करने से व्रत का प्रभाव कम हो सकता है।
पारण करने के बाद ब्राह्मण या किसी जरूरतमंदों को अन्न, कपड़े और धन का दान का दान करना शुभ माना जाता है।
पापमोचनी एकादशी के व्रत का समापन करते समय बिना स्नान किए भोजन ग्रहण करने से बचें और द्वादशी तारीख समाप्त होने के बाद पारण ना करें
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें। naidunia.com