अर्थराइटिस एक ऑटो-इम्यून कंडीशन है। जो जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनती है। अगर आप इसे लंबे समय कर नजरअंदाज करते हैं, तो एक समय के बाद ये आपको ज्वॉइंट्स को डैमेज भी कर सकती है।
एक्सपर्ट की मानें तो डाइट में नॉन वेज शामिल करती हैं, तो मछली खानी चाहिए। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। अर्थराइटिस में सबसे जरूरी इंफ्लेमेशन यानी सूजन को दूर करना है।
अगर आप अर्थराइटिस के दर्द से परेशान हैं, तो आपको नट्स को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। नट्स, न्यूट्रिशन्स से भरपूर होते हैं और इनमें भी एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं।
एक्सपर्ट अर्थराइटिस में साबुत अनाज को खाने की सलाह देते हैं। दिन के वक्त आप साबुत अनाज से बनी चीजों को डाइट में शामिल करें। लेकिन साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें कि आपको ग्लूटन एलर्जी न हो।
फलों और सब्जियों को अपने आहार का हिस्सा बनाएं। सीजनल फलों को जरूर अपनी डाइट में शामिल करें। अनानास का जूस आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। अनानस में ब्रोमेलिन एंजाइम होता है।
हल्दी वाला दूध भारत में काफी प्रचलित है और कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स में यह आराम पहुंचाता है। इसमें करक्यूमिन पाया जाता है। दूध के साथ इसे लेने पर यह इसके अब्जॉर्बशन को शरीर में बढ़ा देता है।
पानी पीना भी अर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। शरीर में पानी की सही मात्रा होना आपको कई बीमारियों से दूर रखता है। यह आपको जोड़ों को लुब्रिकेंट करने में मदद करता है।