ऑस्ट्रेलिया से शुरू हुआ कारनामा अभी तक जारी रहा और भारत ने सभी नौ टीमों को इस वर्ल्ड कप में ढेर कर सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
वहीं, इस बड़े मुकाबले में टीम इंडिया की टक्कर आईसीसी की शानदार टीम न्यूजीलैंड से होगी। इस मुकाबले में टीम इंडिया के बल्लेबाजों पर सबकी नजरें होंगी।
खासतौर पर विराट का फॉर्म इस समय लाजवाब है और उन्होंने सचिन के शतकों का रिकॉर्ड भी बराबर कर दिया है। लेकिन, नॉकआउट में वो फेल रहे हैं।
हालांकि, फॉर्म चाहे जैसा भी हो इतिहास यह बताता है कि विराट कोहली पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। 2015 और 2019 का सेमीफाइनल कोई नहीं भूला होगा।
विराट कोहली ने पहली बार 2011 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था और उन्होंने क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल, और फाइनल में कुल 68 रन बनाए थे।
विराट कोहली ने पहली बार 2011 वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था और उन्होंने क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल, और फाइनल में कुल 68 रन बनाए थे।
ये रिकॉर्ड कुछ खास तो नहीं है, हालांकि फाइनल मुकाबले में उन्होंने 35 रनों की पारी खेली थी, वो इस प्रदर्शन की अहमियत को बढ़ाती है।
इसके बाद विराट का प्रदर्शन लचर रहा है और अगले 3 नॉकआउट मैचों में केवल 3 रन बनाए हैं। उन्होंने 2015 वर्ल्ड कप क्वार्टरफाइनल में 3 रन, फाइनल में 1 रन बनाए थे।
वहीं, 2019 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में कीवी के खिलाफ केवल 1 रन बनाए थे। अब ऐसे में भारत को फाइनल की राह देखनी है तो इन्हें कुछ करिश्मा करना होगा।