चंद्रमा और शनि जब युति बनाते हैं, तब विष योग बनता है।
विष योग का निर्माण कुंडली में चंद्र और शनि जिस स्थान पर है। उसके आधार पर तय होता है।
चंद्रमा एक राशि में ढाई दिन तक रहता है। वहीं, शनि एक राशि में ढाई साल तक गोचर करता है।
शनि कुंभ राशि में हैं। अब 15 अप्रैल को चंद्रमा कुंभ में गोचर करेगा। जिससे विष योग का निर्माण होगा।
चंद्रमा और शनि की युति तकलीफ देगी। घर के किसी सदस्य का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। निवेश करना शुभ नहीं है।
अदालती मामलों में असफलता मिल सकती है। बेवजह की भागदौड़ करनी पड़ सकती है। सेहत में गिरावट आ सकती है।
मानसिक तनाव हो सकता है। अशुभ समाचार मिल सकता है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतनी होगी।