शुक्र तारा 2 अक्टूबर को अस्त हुआ था। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, अब 20 नवंबर इसका उदय होगा। इसके बाद शादियों का सीजन चालू हो जाएगा।
4 महीने के चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु योगनिद्रा में रहते हैं और कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी को जागते हैं। इसके अगले दिन तुलसी विवाह होता है।
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष 4 नवंबर 2022 (शुक्रवार) को देवउठनी एकादशी है। अगले दिन 5 नंबवर, शनिवार को तुलसी विवाह है।
इस साल शुक्र तारे के डूबने के कारण 20 नवंबर 2022 तक विवाह नहीं हो सकेंगे। मतबल 15 दिन और इंतजार करना होगा।
इस वर्ष देवउठनी एकादशी के बाद कुछ ही विवाह मुहूर्त हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, नवंबर 2022 और दिसंबर 2022 में शादी कुल 8 ही मुहूर्त हैं।