हाथों की कमजोर पकड़ के पीछे कई कारण होते हैं। इनमें से हड्डियों में कैल्शियम की कमी सबसे प्रमुख है। चलिए जानते हैं कि किन बीमारियों में हाथों की पकड़ हल्की हो जाती है।
दैनिक दिनचर्या के कार्यों में हाथों का सही से इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं तो डायबिटीज का खतरा हो सकता है। डॉक्टर बताते हैं कि शुगर के मरीजों की हाथों की पकड़ कमजोर हो जाती है।
जब व्यक्ति का हार्ट सही से काम नहीं करता है तो भी हाथों की पकड़ कमजोर हो जाती है। अगर आपको हार्ट संबंधी परेशानी भी होती है तो सावधान हो जाएं।
हाथों की ढीली पकड़ कैंसर का संकेत भी देती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में हाथों के पकड़ने की क्षमता समय के साथ कम होती जाती है।
हाथों की कमजोर पकड़ के पीछे सार्कोपेनिया जैसा रोग भी हो सकता है। इस बीमारी में मांसपेशियां कमजोर होने लगती है। इतना ही नहीं, हाथों की काम करने की क्षमता भी घट जाती है।
अगर आप हाथों की पकड़ का टेस्ट करना चाहते हैं तो वजन होल्ड करें। मान लीजिए आपकी उम्र 44 है तो आपके अंदर 27 किलो वजन होल्ड करने की क्षमता होनी चाहिए।
मोटापे की वजह से भी हाथों की पकड़ हल्की या ढीली हो जाती है। ऐसी स्थिति में आपको मोटापा कम करने की कोशिश करनी चाहिए।
अगर हाथों की पकड़ काफी ज्यादा ढीली हो गई है तो हड्डी रोग विशेषज्ञ को जरूर दिखाएं। दरअसल, हड्डी रोग के डॉक्टर डायनोमीटर की मदद से हाथों की ग्रीप जांच सकते हैं।
यहां हमने जाना कि हाथों की ढीली पकड़ से किन बीमारियों का संकेत मिलता है। ऐसी ही अन्य हेल्थ से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ