वजन कम करने के लिए अधिकांश लोग एक्सरसाइज व डायटिंग का सहारा लेते हैं, लेकिन इसके बिना भी वजन कंट्रोल हो सकता है।
जब नींद पूरी नहीं होती है तो आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है। एक्टिव मेटाबॉलिज्म से वजन घटता है।
मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है तो कैलोरी बर्न होने में दिक्कत आती है। ऐसे में आप जो कुछ भी खाते हैं, वो फैट के रूप जम जाता है।
नींद में कमी से शुगर और हाई कार्बोहाइड्रेट फूड लेने की चाहत कुछ ज़्यादा ही बढ़ जाती है। कुछ लोग ‘इमोशनल ईटिंग’ के शिकार होते हैं।
रोज 7 से 9 घंटे की नींद का टारगेट होना चाहिए। वीकेंड पर भी इसमें कोई कोताही ना बरतें। देर रात तक टीवी व मोबाइल न देखें