हिंदू धर्म में कलयुग में हनुमान को अजर अमर माना गया है। ऐसी मान्यता है कि एक भगवान हनुमान ही हैं जो अभी तक अपने मूल स्वरूप में धरती पर विराजमान हैं।
ऐसे में उनकी पूजा करने से अपार सफलता मिलती है। इतना ही नहीं जो व्यक्ति निष्ठा भाव से बजरंगबली की पूजा करता है उनके सारे कष्ट वो हर लेते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक शनिवार और मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित है। साथ ही सुंदरकांड का पाठ करने से शुभ फल मिलते हैं।
लेकिन सुंदरकांड का पाठ करने के लिए कई नियम भी बनाए गए हैं जिसका पालन करने से जीवन में अपार सफलता मिलती है। आइए उन नियमों को बताते हैं।
धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त शनिवार और मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करता है उसकी हरेक मनोकामना बजरंगबली की कृपा से पूरी होती है।
याद रहे जो व्यक्ति सुंदरकांड का पाठ नियमित करता है उसे स्नान अवश्य करना चाहिए। आपके कपड़े साफ सुथरे और पूरी तरह से शुद्ध होने चाहिए।
जिस व्यक्ति को उसके कामों में तरक्की नहीं मिल रही है उसे मंगलवार के दिन ही सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। यह फलदायी होता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।