तुलसी को हिंदू धर्म में पूजनीय के साथ साथ आयुर्वेदिक गुण के लिए भी जानते हैं। तुलसी के अध्यात्मिक और औषधीय गुणों की वजह से आयुर्वेद में इसे अमृत कहते हैं।
तुलसी का सेवन करने से खून में जमाव, प्रतिरक्षा को बढ़ाने के साथ सर्दी, खांसी और जुकाम में किया जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इसका ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है?
तुलसी के पत्ते में हाइपोग्लाइसेमिक पाया जाता है। ऐसे में अगर आपका ब्लड शुगर की दवाइयां ले रहे हैं तो तुलसी का अधिक सेवन करने से बचें।
तुलसी में मौजूद यूजेनॉल महिलाओं के पीरियड शुरू होने का कारण बन सकता है। इतना ही नहीं इसका अधिक सेवन करने से प्रेगनेंसी में डायरिया की समस्या हो सकता है।
तुलसी के पत्तों में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं जो आपके खून को पतला कर सकता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से यह समस्या हो सकती है।
अधिक मात्रा में तुलसी का सेवन करने से स्पर्म काउंट की संख्या कम हो सकती है। इसका ज्यादा उपयोग आपके लिए सही नहीं हो सकता है।
तुलसी की तासीर गर्म होती है जिसका ज्यादा सेवन करने से पेट में गर्मी की समस्या हो सकती है। ऐसे में इसका सेवन आपके पेट की समस्या को बढ़ा सकता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।