यदि आपकी कुंडली में ग्रह कमजोर है तो आपकी मानसिक स्थिति भी निर्बल हो जाती है। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो इसके लिए दो ग्रहों का मजबूत होना जरूरी है।
पीड़ित होने के वैसे तो बहुत कारण हो सकते हैं लेकिन सामान्य तौर पर राहु या केतु के साथ युति, खराब स्थानों में बैठ जाना या फिर कमजोर हो जाना। इन सभी स्थितियों में व्यक्ति को मन नहीं लगता है।
जिन लोगों में ज्यादा इच्छा शक्ति नहीं होती है उन्हें अक्सर लोग कहते हैं कि वे मानसिक रूप से कमजोर हैं। जो व्यक्ति मेहनत करने से बचने लगे तो समझ लेना उसी दृढ़ इच्छाशक्ति कमजोर है।
यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा पीड़ित हो तो ऐसे व्यक्ती मानसिक रूप से कमजोर होते हैं। हमेशा इनसे कोई न कोई शिकायत बनी रहती है।
जब चंद्रमा अधिक निर्बल होकर पीड़ित हो तो ऐसे व्यक्ति किसी कार्य में सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे व्यक्ति कभी कार्य को पूरा करने से डरने लगते हैं।
जब चंद्रमा अधिक निर्बल होकर पीड़ित हो तो ऐसे व्यक्ति किसी कार्य में सफल नहीं हो पाते हैं। ऐसे व्यक्ति कभी कार्य को पूरा करने से डरने लगते हैं।
चंद्रमा और शनि की युति होने की स्थिति में भी व्यक्ति में कई प्रकार की कमियां देखने को मिलती हैं। वह विशेष रूप से मानसिक कमजोर होता है।
ऐसे लोगों को पूर्णिमा के दिन चंद्रमा के सामने बैठना चाहिए। किसी को अपना गुरु मानकर उनके मार्गदर्शन में चलना चाहिए। मां की सेवा और उनके साथ अत्यधिक समय व्यतीत करना चाहिए।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।