एंजाइटी अटैक आज के समय में काफी सुनने में आने लगा हैं। जिसकी वजह आपका जरूरत से ज्यादा सोचना भी हो सकता हैं। आइए जानते हैं कि एंजाइटी अटैक क्या होता है?
जब हम किसी बात को लेकर जरूरत से ज्यादा सोचने लगते हैं तो उसे एंजायटी कहते हैं। एंग्जाइटी के दौरान व्यक्ति को मानसिक रूप से कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं।
एंजायटी कई वजहों से हो सकती हैं। जिसमें सेपरेशन, रिलेशनशिप की प्रॉब्लम्स, फैमिली प्रॉब्लम्स, तलाक, नई जगह पर एडजस्ट न कर पाने और हेल्थ प्रॉब्लम भी शामिल हैं।
एंग्जाइटी के लक्षणों में भूख की कमी, अनिद्रा, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, उल्टी, ज्यादा पसीना आना, फोकस में दिक्कत, डायरिया आदि हो सकते हैं।
एंजाइटी अटैक एकदम से होता हैं। इस बीमारी का शिकार व्यक्ति किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा सोचने लगता हैं और उसे डर भी लगने लगता हैं।
इस अटैक का ट्रिगर मन में बैठा किसी चीज का डर होता हैं। वह डर आपके जीवन में घटित हुई किसी भी चीज को लेकर हो सकता हैं। इसके अलावा आगे क्या होगा, ये सोचकर भी लोग एंजायटी अटैक का शिकार हो जाते हैं।
एंजायटी से छुटकारा पाने के लिए योग, मेडिटेशन काफी हद तक मददगार माना जाता हैं। खुद को उस चीज से दूर रखें जो आपको परेशान करती हो या सोचने पर मजबूर करती हो।
एंजाइटी की वजह खुद में सभी बातों को समेट कर रखना भी होता हैं। ऐसे में अपने पक्के दोस्तों से अपनी परेशानी शेयर करें। परेशानी ज्यादा बढ़ने पर डॉक्टर से अवश्य परामर्श कर लें।