थायराइड हमारे गर्दन के सामने एक छोटी, तितली के आकार की ग्रंथि है। यह हमारे बॉडी में हार्मोन बनाने का काम करता है, जिससे शरीर द्वारा ऊर्जा के उपयोग के तरीके को नियंत्रित करता है।
शरीर में थायराइड की समस्या होने पर हार्मोन असंतुलित होने लगती है। थायराइड मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं, हाइपोथायरॉइड और हाइपरथायरॉइड।
इन दोनों की स्थितियों में मरीजों को कई तरह की समस्या होती है। थायराइड हार्मोन असंतुलित होने पर शरीर के कई हिस्सों में दर्द होने लगता है।
शरीर में थायराइड होने पर हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। ऐसी स्थिति में शरीर में दर्द होना आम बात है। आइए जानते हैं इसका असर कहां कहां होता है।
थायरॉइड की समस्या होने पर सबसे पहले गर्दन में दर्द होते हैं। क्योंकि थायरॉइड ग्रंथि गर्दन के सामने ही होती है। ऐसे में गर्दन की एरिया प्रभावित होती है।
थायराइड असंतुलित होने पर मरीजों का दर्द गर्दन से धीरे धीरे जबड़े और कान में होने लगता है। ऐसे में लंबे समय तक इसे नजरअंदाज न करें।
थायराइड हार्मोन स्तर बढ़ने पर पैरों और तलवों में भी मरीजों को दर्द महसूस होता है। मुख्य रूप से लंबे समय तक चलने पर काफी ज्यादा दर्द होता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य जानकारी पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।