नवरात्र व्रत के दौरान कुछ खास चीजों से परहेज करना जरूरी होता है, ताकि शरीर शुद्ध रहे और पूजा का संकल्प सफल हो। आइए जानते हैं कि किन चीजों को नवरात्र में नहीं खाना चाहिए।
नवरात्र के नौ दिनों में अनाज जैसे गेहूं और चावल नहीं खाए जाते, इसकी जगह व्रत के लिए बने फलाहारी पदार्थ खाए जाते हैं जैसे कि समा के चावल, साबूदाना, सिंघाड़े का आटा।
नवरात्र में लहसुन और प्याज खाना वर्जित होता है क्योंकि इन्हें तामसिक भोजन माना जाता है जो मन को अशांत कर सकता है। इसलिए, व्रत में सात्विक भोजन को प्राथमिकता दी जाती है।
होटल या रेस्टोरेंट का बना हुआ खाना नहीं खाना चाहिए क्योंकि उसमें लहसुन, प्याज या अन्य मना की गई चीजें मिल सकती हैं जो व्रत की शुद्धता को भंग कर देती हैं।
नॉनवेज यानी मांस, मछली, अंडे जैसी चीजों को पूरी तरह त्याग देना चाहिए क्योंकि ये व्रत की भावना के विपरीत होते हैं और पूजा-पाठ में मन नहीं लगने देते।
शराब या सिगरेट जैसी नशीली चीजों से दूर रहना चाहिए, ये शरीर और मन दोनों को अशुद्ध करती हैं और देवी की कृपा प्राप्त करने में बाधा बनती हैं।
बेकरी आइटम्स जैसे कि पाव, बिस्किट या केक भी न खाएं क्योंकि इनमें मैदा, बेकिंग पाउडर, अंडा और तामसिक तत्व होते हैं जो व्रत के अनुकूल नहीं होते।
नवरात्र व्रत में झूठ बोलना, क्रोध करना या नकारात्मक सोच रखना भी मानसिक रूप से अनुचित है, क्योंकि यह भी व्रत की शुद्धता को प्रभावित करता है।