मंदिर से चप्पल खो जाना एक आम बात हैं, लेकिन इन बातों के पीछे कई संकेत मिलता है। आइए जानते हैं कि मंदिर में चप्पल खो जाने से क्या होता है-
ज्योतिष शास्त्र में पैरों को शनि ग्रह का स्थान माना गया है। अगर मंदिर के बाहर से चप्पल खो जाती है तो इससे शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।
माना जाता है कि मंदिर के बाहर से चप्पल खोना जीवन में शुभ संकेत देता है और इससे कई बदलाव देखने को मिलते हैं।
मंदिर के बाहर से चप्पल खोने का मतलब है कि जीवन में चल रही परेशानियों से मुक्ति मिलती है और सुख-शांति बनी रहती है।
मंदिर के बाहर से चप्पल खोने का मतलब है कि जीवन में नई शुरुआत या बदलाव का संकेत मिलता है।
मंदिर के बाहर से चप्पल खोने का मतलब है कि शनि दोष से छुटकारा मिलता है और उनकी कृपा प्राप्त होती है।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
मंदिर में चप्पल खो जाने से ये संकेत मिलते हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM