शरीर में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है, जो लिवर द्वार निर्मित होता है, लेकिन इसके बढ़ने से समस्या पैदा होती है। कोलेस्ट्रॉल हाई होने से नस जाम होता है।
शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते है। पहला गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना खानपान पर निर्भर करता है।
20 साल की उम्र से अधिक लोगों का टोटल कोलेस्ट्रॉल लेवल 200 mg/dl के बीच होना चाहिए। इससे अधिक मात्रा हाई मानी जाती है।
शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होना फायदेमंद माना जाता है। एक व्यक्ति में 50 mg/dl या उससे ज्यादा गुड कोलेस्ट्रॉल होना चाहिए।
बैड कोलेस्ट्रॉल दिल के लिए बुरा माना जाता है। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर 100 mg/dl से कम होना चाहिए। 100 mg/dl से ज्यादा हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत होता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के मुख्य कारण गलत खानपान होता है। इसलिए, दवा के साथ हेल्दी खानपान डाइट में शामिल करें।
शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर हाई रहने से दिल से जुड़ी समस्याएं होती है। हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण हार्ट अटैक आने तक की संभावना होती है।
हाई कोलेस्ट्रॉल बेहद ही गंभीर माना जाता है। इसलिए, इसको कंट्रोल में रखें। हेल्थ से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ