शादी के बाद बिछिया पहनने से पति की उम्र होगी लंबी


By Ayushi Singh03, Jul 2024 02:00 PMnaidunia.com

हिंदू धर्म में विवाह के बाद हर महिला को सोलह श्रृंगार करना होता है। वैवाहिक जीवन को मजबूत बनाए रखने के लिए यह जरूरी होता है। साथ ही, इससे यह भी पता चलता है कि महिला सुहागिन है। आइए जानते हैं कि शादी के बाद बिछिया का क्या महत्व है-

धार्मिक महत्व

ऐसा माना जाता है कि शादी के बाद महिला को बिछिया पहनना जरूरी होता है। इससे वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और मां लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं। पति का दांपत्य जीवन सुखमय रहता है।

बिछिया क्यों है जरूरी?

विवाहित महिलाओं को बिछिया पहनने से पति की आयु लंबी होती है। इससे उनके जीवन में सौभाग्य का आशीष मिलता है और सुख-समृद्धि भी मिलती है।

कितनी बिछिया पहननी चाहिए?

शादी के समय में महिलाओं को तीन बिछिया पहनाई जाती हैं। लेकिन, शादी के कुछ दिन बाद मध्यमा उंगली में एक बिछिया को जीवन भर पहनना चाहिए।

बिछिया पहनने से क्या फायदा होता है?

बिछिया को सोलह श्रृंगार का हिस्सा माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, विवाहित स्त्री को इसे पहनने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति और खुशियों का आगमन होता है।

चांदी की बिछिया पहनने के फायदे

आजकल कुछ महिलाएं नकली चांदी की बिछिया पहन लेती हैं, लेकिन ऐसा कहा जाता है कि हमेशा बिछिया चांदी की पहननी चाहिए। क्योंकि चांदी को चंद्रमा का कारक माना गया है और इसे पहनने से शरीर का तापमान भी नियंत्रित रहता है।

शुक्रवार के दिन पहने बिछिया

अगर किसी कारण की वजह से बिछिया टूट जाती है, तो इसे शुक्रवार के दिन नई बिछिया को पहनना शुभ माना जाता है। इससे जीवन में सौंदर्य, प्रेम और आनंद से जुड़ा होता है।

यह शादी के बाद बिछिया का पहनने का महत्व है। एस्‍ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM

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