हिंदू धर्म में प्रभु श्री राम भगवान नारायण का रूप माना गया है। 'राम' इन दो शब्दों के पीछे कई अर्थ छिपे हैं। राम एक नाम नहीं, बल्कि एक महामंत्र माना गया है। आइए जानते हैं कि राम नाम का क्या अर्थ है-
राम शब्द संस्कृत के दो शब्दों रम् और घम से मिलकर बना है। इसमें रम् का अर्थ रमना या समाना और घम का ब्रह्मांड का खाली स्थान है। पूरे ब्रह्मांड में राम का नाम स्थापित है।
राम नाम का अर्थ है, जो पाताल, आकाश और धरती का स्वामी है, वही राम है। राम का नाम इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक लिया जाता है। इस राम का जाप करने से व्यक्ति को सही कार्य करने की शिक्षा मिलती है।
भगवान राम का नाम बहुत पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। रोजाना रामनाम का जाप करने से जीवन के सभी दुख दर्द दूर हो जाते हैं।
मृत शरीर को श्मशान लेकर जाते है, तो राम नाम सत्य बोला जाता है, क्योंकि इसे सुनकर भूत, पिशाच, प्रेत आदि भाग जाते हैं।
राम नाम को 16 बार जपने से आत्मा को शांति और सुकून मिलता है। यह आत्मा को परमात्मा के साथ जोड़ने में मदद करता है।
राम सेतु के निर्माण के समय हर पत्थर पर राम नाम लिखा जा रहा था और हर कोई राम नाम की जय कर रहा था। जिसके चलते राम का काम बहुत ही आसान हो गया।
ये सारे रामनाम के अर्थ हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM