बच्चों के गलती करने पर अक्सर पेरेंट्स उन्हें डांट दिया करते है। आइए जानते है बच्चों को डांटते समय पैरेट्स को किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए?
कई बार अपने बच्चों को डांटते हुए लोग गलत शब्दों का चयन करते है। ऐसा करने से उनके मन-मस्तिष्क पर नकारात्मक असर पड़ता है।
डांटते वक्त गाली गलौज करना, जरूरत से ज्यादा उम्मीद करना, अन्य बच्चों से तुलना करना और सिर्फ उनकी कमियों को लगातार हाईलाइट करना भी उनके दिमाग पर गलत असर डालती है।
जब भी आप बच्चे को डांटते समय उसकी तुलना दूसरे बच्चे से करते है तो उसका आत्मविश्वास कम होने लगता है। साथ ही दूसरे बच्चे के प्रति ईर्ष्या की भावना भी पनपती है। ऐसे में बच्चे को हमेशा उसकी कमियों को पहचान कर अच्छा काम करने के लिए प्रोत्साहित करें।
लड़की को लड़का कहना या लड़के को लड़की होने का ताना देना बेहद अपमानजनक होता है। ऐसे करने से लड़के या लड़की में अपोजिट जेंडर के प्रति गलत भावना पनपती है।
बड़े होते समय बच्चों के दिमाग में बहुत सी गलतफहमियां दूर हो जाती है। ऐसे में लड़के को लड़की या लड़की को लड़के से कंपेयर करने के बजाय उन्हें लॉजिक देकर समझाएं।
अक्सर मां- बाप डांटते हुए बच्चों को यह भी कह देते है की वह लाइफ में कुछ नहीं कर पाएंगे। ऐसा कहने से बच्चे का मोटिवेशन डाउन होने लगता है। उनकी पसंद और क्षमताओं के अनुसार उन्हें गाइड करें।
बच्चों से बातचीत करते हुए उनकी क्षमताओं पसंद के अनुसार उन्हें उस फील्ड में बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। अगर कभी आप बच्चे को डांटते भी है तो जिस विषय के लिए डांट रहे है वह भी आपको पता होना चाहिए।
बच्चों को डांटते समय हमेशा स्टोरी में लिखी बातों का ध्यान रखें, अगर आपको यह स्टोरी पसंद आई है तो ऐसी है लाइफस्टाइल से जुड़ी तमाम खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ