हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का विशेष महत्व है और इस दिन पूरे विधि-विधान से पूजा करने पर शुभ फल प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं कि चैत्र पूर्णिमा कब है-
पंचांग के अनुसार, इस बार चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को मनाई जाएगी और इस दिन हनुमान जयंती भी है। इस दिन पूजा करने पर जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं।
पंचांग के अनुसार, पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 12 अप्रैल को रात 03 बजकर 21 मिनट से होगी। इसका समापन 13 अप्रैल को सुबह 05 बजकर 51 मिनट पर होगा।
चैत्र पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने पर उनकी कृपा प्राप्त होती है और इससे शुभ फलों की प्राप्त होती है।
पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी को खीर का भोग लगाना शुभ माना जाता है, क्योंकि उन्हें खीर बेहद प्रिय है। इस खीर को सभी लोगों में प्रसाद के रुप में बांट दें
चैत्र पूर्णिमा के दिन गरीबों और जरूरतमंदों में दान करने से अच्छे फल मिलते हैं और इससे देवी-देवता की कृपा प्राप्त होती है।
चैत्र पूर्णिमा के दिन कच्चे दूध से शिव जी का अभिषेक करने से मानसिक तनाव दूर होता है और इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल को है और विधि-विधान से पूजा करें। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM