हिंदू धर्म में व्रत रखने का खास महत्व होता है। व्रत के दौरान, कई नियमों के पालन का महत्व भी होता है। आइए जानते है व्रत खंडित कैसे होता है?
व्रत रखने को लेकर कोई खास पाबंदियां नहीं है। कई लोग दिन के हिसाब से हफ्ते में एक या उससे अधिक दिन नियमित व्रत रखते है तो कुछ लोग सिर्फ पर्व के मौके पर व्रत रखा करते है।
ज्यादातर व्रत में अन्न से खास परहेज किया जाता है। व्रत वाले दिन व्यक्ति को दाल, चावल, रोटी, सब्जी समेत अन्य अन्न से बनी चीजों को नहीं खाना चाहिए।
व्रत के दिन कुछ काम करने को लेकर मनाही होती है। ऐसे में अगर व्रत वाले दिन भर कुछ न कुछ खाते ही रहें तो भी वह व्रत खंडित माना जाता है।
कई बार लोग अपने व्रत वाले दिन सिर्फ आराम करना ही पसंद करते है। व्रत में दिन में सोना नहीं चाहिए। ऐसे में सोने से व्रत खंडित हो सकता हैं।
व्रत वाले दिन बार-बार शौच जाने से भी व्रत खंडित हो जाता है। व्रत के दिन स्वच्छता का खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसा न करने पर व्रत खंडित माना जाता है।
व्रत वाले दिन झूठ बोलने और दूसरों की चुगली करने से भी व्रत खंडित माना जाता है। ऐसे में इस दिन किसी के बारे में भी बुरा न बोलें।
अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहें हो तो व्रत धारण न करें। यदि स्वास्थय परेशानी के चलते आपको बार-बार शौच के लिए जाना पड़ रहा है तो आप स्नान करके भगवान से क्षमा मांग कर भी व्रत रख सकते है।