हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व होता है। घर में वास्तु के नियमों का पालन करने से सुख-शांति बनी रहती है।
वास्तु शास्त्र में बाथरूम से जुड़े नियमों को भी बताया गया है। बाथरूम के दीवार का रंग वास्तु के अनुसार करना चाहिए वरना इसका बुरा प्रभाव भुगतना पड़ सकता है।
वास्तु शास्त्र में जिस तरह दिशाओं का महत्व होता है उसी तरह से रंगों का भी विशेष महत्व होता है। वास्तु के अनुसार रंग करने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम की दीवार को सफेद रंग का रखना चाहिए। बाथरूम के लिए सफेद रंग सबसे अच्छा माना जाता है।
सफेद रंग के अलावा आप अपने बाथरूम का रंग गहरे रंग न करवा कर हल्का रंग भी करवा सकते है। हल्के रंग से बाथरूम में सकारात्मकता बनी रहेगी।
अब अधिकतर घरों में लोग टाइल भी लगावा रहे है, तो उसके लिए आप हल्के रंगों का ही इस्तेमाल करें क्योंकि गहरे रंग नकारात्मकता को बढ़ते हैं।
वास्तु के अनुसार बाथरूम की दीवार और टाइल का रंग रखने से वहां नकारात्मकता का वास नहीं होता है। नकारात्मक ऊर्जा से व्यक्ति पर बुरा असर पड़ता है।