सही दिशा की ओर मुंह कर गायत्री मंत्र का जाप करने से आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, जबकि गलत दिशा में करने से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
गायत्री मंत्र का जाप पूर्व दिशा में बैठकर करने से आपके जीवन में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
इस मंत्र का जाप करते समय दक्षिण और पश्चिम दिशा की ओर मुहं भूलकर ना करें। ऐसा करने से जीवन में परेशानी आ सकती है।
गायत्री मंत्र का जाप ब्रह्म मुहूर्त मतलब कि सुबह 4-6 के बीच करना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इस समय वातावरण शांत और शुद्ध रहता है।
इस मंत्र का जाप करते समय सुखासन या पद्मासन की मुद्रा में बैठें। साथ ही, रीढ़ की हड्डी सीधी, और आंखों को बंद रखें।
पूर्व दिशा की ओर बैठकर जाप करने से आपकी मनोकामनाएं पूरी होने के साथ जीवन में सुख-शांति आती है।
गायत्री मंत्र का रोजाना जाप करने से मानसिक शांति, आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद मिलती है।
इसे ब्रह्म मुहूर्त में जाप करने से आत्मबल, शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें naidunia.com