दही और छाछ दोनों ही अलग-अलग समस्याओं में फायदेमंद है। पेट की अलग-अलग समस्याओं में कारगर तरीके से काम कर सकते हैं।
दरअसल दही की तासीर गर्म होती है, वहीं छाछ की तासीर ठंडी होती है। दोनों अलग-अलग स्थितियों में काम कर सकते हैं।
दही को किसी भी बीमारी में खा सकते हैं, लेकिन आप छाछ को उन बीमारियों में नहीं पी सकते हैं, जिसमें ठंडक नहीं बढ़नी चाहिए, जैसे सर्दी, कफ, खांसी
इसके अलावा हाथ, पैर या शरीर के किसी भी हिस्से में जलन हो तो छाछ पीने से राहत मिलती है।
छाछ आसानी से पचता है, वहीं दही को पचने में समय लगता है। ये दोनों अलग-अलग तरीके से पेट के लिए फायदेमंद है।
अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है तो छाछ लें और यदि आप रोज एक्सरसाइज करते हैं तो दही जरूर खाना चाहिए।
वजन बढ़ाने के लिए दही का सेवन करना चाहिए। वहीं वजन घटाने के लिए छाछ अच्छा है। छाछ मेटाबोलिज्म तेज करता है और कैलोरी बर्न करने में मदद करता है।
दही और छाछ दोनों ही सेहत के लिए फायदेमंद है। दही और छाछ दोनों ही हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग तरीके से काम करते हैं।