मध्य प्रदेश के शहर उज्जैन का नाम काफी मशहूर है क्योंकि यहां 12 ज्योतिर्लिंग में से 1 ज्योतिर्लिंग यहां स्थित है। यहां दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। भगवान शिव के इस स्वरूप का वर्णन शिव पुराण में भी विस्तार से मिलता है। आइए जानते हैं कि अकाल मृत्यु कौन-सा ज्योतिर्लिंग टाल सकता है-
ऐसा कहा जाता है कि जो इंसान इस ज्योतिर्लिंग को दर्शन करता है, उसके जीवन से अकाल मृत्यु का भय टल जाता है।
महाकालेश्वर की एक खास बात यह भी है कि सभी प्रमुख 12 ज्योतिर्लिंगों में एकमात्र महाकालेश्वर ही दक्षिणमुखी हैं अर्थात इनकी मुख दक्षिण की ओर है। इससे भी किसी इंसान के मृत्यु का भय टल सकता है।
ऐसा माना जाता है कि जो भक्त उज्जैन में महाकाल का दर्शन करने से पहले बाबा काल भैरव का दर्शन करते हैं, उनके जीवन के सारे पाप मिट जाते हैं। उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है।
अगर किसी इंसान को मृत्यु का भय सताता है, तो महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग अकाल मृत्यु रक्षक बन सकता है।
अगर किसी कारण से इस ज्योतिर्लिंग को दर्शन करने नहीं जा सकते हैं, तो घर में इस मंत्र 'ऊं कालांबिकायपुत्राय विध्महे स्माशानवासिने घीमही तत्रो महाकाल: प्रचोदयात' का जाप करें।
इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन से जीवन के आ रही बाधा भी दूर होती है। इसके साथ ही, रात के समय में शिव जी माता पार्वती के साथ इसी ज्योतिर्लिंग में रुकते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग अकाल मृत्यु को टाल सकता है । एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM