पानी पीने के लिए कई धातु के बने बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन आपको पता है कि इसका सेहत पर काफी असर पड़ता है कि आप किस धातु के बर्तन में पानी पी रहे है।
आमतौर पर देखा जाता है कि लोग अब प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने लगे है, जो कि सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
तांबे के बर्तन में पानी पीने का चलन काफी पुराना है। आयुर्वेद में इसके फायदों के बारे में पाया जाता है। तांबे की धातु से बना बर्तन पानी पीने के लिए बेहतर माना जाता है।
तांबे के धातु के बर्तन में पानी डालकर पीने से सेहत को कई बार लाभ मिलते है। तांबे के पानी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है।
अगर आप तांबे के बर्तन में पानी रखकर पीते है, तो पाचन मजबूत, इम्यूनिटी बूस्ट और जोड़ों के दर्द को काफी हद तक कम करता है।
तांबे के बर्तन में पानी पीने के लिए रात को उसमें पानी डालकर छोड़ दें और सुबह उठाकर सेवन करें। 2-4 घंटा पानी तांबे में रखने से उसमें तांबे के छोटे-छोटे कण मिल जाते है।
अगर आप नया तांबे का बर्तन ला रहे हो, तो उसे नींबू के रस से धोएं। यदि घर में पहले से तांबे का बर्तन है, तो फ्रिज में भूलकर भी न रखें।
तांबे का बर्तन पानी पीने के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। हेल्थ की खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ