हिंदू धर्म में बच्चा होने पर कई कार्यक्रम किए जाते हैं और कई परंपरा के निभाना भी पड़ता है। आइए जानते हैं कि फूलों के बर्तन छोटे बच्चों को क्यों दिए जाते हैं-
अक्सर बच्चे के पैदा होने पर घर वाले उसे फूलों का बर्तन देते हैं, जिसे देना शुभ माना जाता है।इसके बिना कार्यक्रम को अधूरा माना जाता है।
जब बच्चे के पैदा होने पर छठी का कार्यक्रम होता है, तो इस फूल के बर्तन को घर से बाहर की तरफ फेंका जाता है, जिससे उसके जीवन में किसी प्रकार की कोई समस्या न रहें।
अक्सर आज के समय में भी कहीं न कहीं लड़के और लड़कियों में भेदभाव किया जाता हैं। यह फूल का बर्तन लड़के के जन्म के समय पर दिया जाता है। आज का समय बदल चुका है लड़के- लड़कियों में कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए।
यह परंपरा काफी पुरानी है। इसका प्रचलन उत्तर प्रदेश की तरफ ज्यादा है और इसका महत्व अपने आप में ज्यादा है।
इस फूल के बर्तन को माता-पिता को संभाल के रखना होता है, क्योंकि वह उस बर्तन को विवाह के समय में प्रयोग किया जाता हैं।
जब बच्चा जन्म लेता है, तो कुछ दिनों तक उसे इसी बर्तन में ही खाना खिलाते हैं। ऐसा करने से उसके जीवन में किसी प्रकार का तनाव नहीं होगा।
इन कारणों से फूलों के बर्तन छोटे बच्चों को दिए जाते हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM