हिंदू धर्म में कद्दू का विशेष महत्व है। इसे सब्जी और फल दोनों रूप में उपयोग किया जाता है। आइए जानते हैं कि महिलाओं को कद्दू काटना क्यों नहीं दिया जाता है-
ऐसा माना जाता है कि कद्दू बड़े बेटे के सामान होता है। महिला होने के नाते बड़े बेटे को नुकसान नहीं पहुंचा सकती है, जिसके कारण वह कद्दू को नहीं काटती है।
वहीं, दूसरी ओर कद्दू को बलिदान का प्रतीक माना जाता है और हिंदू धर्म में मान्यता है कि बलिदान का काम पति ही करते हैं।
ऐसा देखा होगा कि पति ही कद्दू को काटते हैं या बाजार में लेते समय ही कटवा लेते हैं। साथ ही, महिला काटा हुआ ही कद्दू अधिकतर खरीदती है।
धार्मिक अनुष्ठान में अगर पशु की बलि की जगह कद्दू काटा जाता है तो उसे पशु बलि के समान माना जाता है।
कद्दू को पवित्र माना जाता है क्योंकि भगवान गणेश एका-मुकता पहनते हैं,जिसमें माणिक या पन्ना से जुड़ी एक सुनहरी बाली होती है।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
इन कारणों से महिलाओं को कद्दू काटने नहीं दिया जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM