सनातन धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन विशेष रूप से बजरंगबली जी की उपासना की जाती है।
शिव के ग्यारहवें अवतार माने जाने वाले श्री राम भक्त हनुमान जी के केवल दर्शन से ही सारे कष्ट, रोग और भय पूरी तरह खत्म हो जाता है।
हनुमान जी को संकट हरण भी कहा जाता है। मान्यता है कि यदि इनकी कृपा किसी के ऊपर पड़ जाए तो बड़े से बड़ा संकट भी टल जाता है।
बजरंगबली को चोला भी अत्यंत प्रिय है। यदि हरेक मंगलवार को हनुमान जी पर चोला चढ़ाएं तो कुंडली में दोष का प्रभाव कम हो जाता है।
उनकी पूजा में ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं है। बस मंगलवार को उनकी पूजा के बाद अमृतवाणी और श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।
उनकी पूजा में ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं है। बस मंगलवार को उनकी पूजा के बाद अमृतवाणी और श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।
वैसे तो हिंदू धर्म में सिंदूर का महत्व भी काफी ज्यादा होता है। एक ओर जहां शादीशुदा महिलाएं इसे अपनी मांग में लगाती हैं, वहीं पूजा में भी इस्तेमाल किया जाता है।
चोला एक साफ वस्त्र से प्रतिमा को पोछें। उसके बाद सिंदूर में चमेली का तेल डालकर पहले हनुमान जी के चरणों में अर्पित करें।
प्रत्येक मंगलवार को हनुमान जी को बेसन या बूंदी के लड्डू का भोग लगाकर दक्षिणा चढ़ाएं। इसके बाद चांदी का बर्फ, जनेऊ और धूप आदि कलाकार पूजा करें।