आने वाले दिनों में शिव जी का प्रिय पर्व सावन की शुरुआत होने वाली है। सावन में भक्तों को शिवजी नाराज नहीं करते हैं। वह सोमवार का व्रत रखता है और सच्चे मन से जो कुछ भी मांगता है, भगवान पूरा करता है। आइए जानते हैं कि सावन के सोमवार का व्रत क्यों रखे जाते हैं-
ऐसा माना जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने में कठोर तपस्या की थी।
सावन के महीने में समुद्र मंथन हुआ था। समुद्र मंथन से निकले हुए विश को भगवान शिव ने ग्रहण कर लिया था।
ऐसा माना जाता है कि जो भी इस सावन में सोमवार के व्रत रखता है या सच्ची श्रद्धा से पूजा करते हैं। भगवान शिव उनकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
अक्सर लोग सावन के सोमवार का व्रत इसलिए भी रखते हैं, कि उन्हें शिव जी जैसा अच्छा वर मिले और उनका जीवन सुखी रहें।
शिवलिंग पर बेल के पत्ते चढ़ाना बेहद जरूरी होता है। ओम नम का जाप करना और शिवलिंग पर दूध, शहद, दही और फल चढ़ाना अनिवार्य है।
सोमवार व्रत रखने से व्यक्ति के जीवन की हर बाधा दूर होती है। साथ ही, घर में सुख-शांति और खुशहाली आती है। सावन के महीना भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से सुख-समृद्धि आती है।
इसलिए सावन के सोमवार का व्रत रखा जाता हैं। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM