एंटीबायोटिक दवाइयों के सेवन से क्यों महसूस होती है कमजोरी?
By Prakhar Pandey2023-05-14, 12:32 ISTnaidunia.com
दवाइयां
एंटीबायोटिक शब्द का मतलब होता हैं शरीर में बन रहीं बैक्टीरिया को रोकना। आइए जानते हैं एंटीबायोटिक दवाइयों के सेवन से आखिर क्यों महसूस होती है कमजोरी?
एंटीबायोटिक
एंटीबायोटिक स्वस्थ शरीर से बैक्टीरिया के इंफेक्शन को खत्म करता हैं। एंटीबायोटिक को एंटीबैक्टीरियल भी कहते हैं। इसके सेवन से शरीर से खराब बैक्टीरिया खत्म हो जाती हैं।
प्रतिरोधक तंत्र
एंटीबायोटिक की मदद से शरीर में खराब बैक्टीरिया को खत्म किया जाता हैं। जब भी खराब बैक्टीरिया का इंफेक्शन ज्यादा होने लगता हैं तो रोग प्रतिरोधक तंत्र के लिए लड़ना मुश्किल होता हैं।
किन बीमारियों के खिलाफ
एंटीबायोटिक की दवाईयां कई बीमारियों के खिलाफ असरदार हैं। लेकिन एंटीबायोटिक की दवाएं फ्लू, सर्दी-जुकाम, गले में इंफेक्शन, ब्रोंकाइटिस समेत अन्य वायरल इंफेक्शन में कोई काम नहीं
हेल्दी बैक्टीरिया
एंटीबायोटिक दवाइयां अच्छे के साथ साथ बुरे बैक्टीरिया को भी मार देती हैं। यह हेल्दी और अनहेल्दी बैक्टीरिया के बीच फर्क नहीं कर पाती हैं।
लिवर एंजाइम
जब भी आप एंटीबायोटिक का सेवन कर रहें हो गलती से भी शराब न पाएं। ऐसा करने से आपके लिवर एंजाइम के एक्शन पर असर पड़ता हैं और एंटीबायोटिक का असर खत्म होने लगता हैं।
साइड इफेक्ट
एंटीबायोटिक दवाइयों के अधिक सेवन से कई साइड इफेक्ट हो सकते हैं। बुखार, डायरिया, एलर्जी, कमजोर इम्यूनिटी, किडनी में स्टोन आदि की समस्याएं आ सकती हैं।
बेअसर दवाएं
एंटीबायोटिक दवाओं के अधिक इस्तेमाल से कई दवाइयां शरीर पर बेअसर भी साबित हो रही हैं। खुद से किसी भी प्रकार की दवाइयां लेने से पहले एक बार डॉक्टर से अवश्य परामर्श कर लें।
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