मैरिज को लेकर आज की जेनरेशन काफी परेशान रहने लगी है। आइए जानते है की घर वाले आखिर क्यों करवाते हैं अरेंज मैरिज।
अरेंज मैरिज में घर वाले अपने लड़के के लिए खुद रिश्ता ढूंढते है और अपने बच्चे की शादी कराते है। घरवालों के मुताबिक ऐसी शादियां लंबी चलती है।
घरवालों द्वारा कराई गई शादी में पूरी जिम्मेदारी मां-बाप की होती है। अगर आगे चलकर रिश्तों में कड़वाहट आ जाए तो परिवार आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहता है।
अरेंज मैरिज में शादी से पहले लड़का- लड़की को जीवनसाथी तलाशने की फिक्र भी नहीं होती है। आपके लिए रिश्ता ढूंढने की जिम्मेदारी आपकी फैमिली निभाती है।
लव मैरिज में लड़का और लड़की पहले से एक दूसरे को जान रहे होते है। ऐसे में दोनों को शादी के बाद एक-दूसरे को लेकर कोई झिझक नहीं रह जाती है।
पैरंट्स के हिसाब से अरेंज मैरिज में लड़का और लड़की शादी के बाद जब एक दूसरे को अच्छे से जानने समझने लगते है तो आगे चलकर उनका रिश्ता मजबूत हो जाता है।
लव मैरिज को लेकर घर के बड़े-बुजुर्गों की ऐसी धारणा रही हैं कि लड़का और लड़की पहले से एक-दूसरे को जान रहे होते और शादी के बाद धीरे-धीरे उनका एक आपस में रुचि कम हो जाती है।
शादी जन्मों जन्मों का बंधन है, ऐसे में शादी लव हो या अरेंज आपको यह फैसला अपने परिवार की सहमति से ही लेना चाहिए।