6 अप्रैल 2023 के दिन यानी आज पूरे देश में हनुमान जयंती मनाई जाने वाली हैं। आइए जानते हैं साल में दो बार हनुमान जयंती मनाए जाने के पीछे की वजह के बारे में।
बल-बुद्धि, विद्या के प्रतीक हनुमान जी का आज जन्मोत्सव हैं। हनुमान जी का विधि विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
वीर बजरंगी की साल में दो बार जयंती मनाई जाती हैं, पहली जयंती में हम हनुमान जी के जन्मोत्सव के तौर पर मनाते हैं।
दूसरी हनुमान जयंती बजरंग बली के विजय अभिनंदन महोत्सव के रूप में सितंबर- अक्टूबर के बीच मनाई जाती हैं।
सुबह के समय नहा धोकर हनुमान जी की पूरे मन से पूजा करे, पूजा के समय हनुमान जी को सिंदूर लगाएं,चमेली का तेल चढ़ाएं, लाल वस्त चढ़ाएं और सरसों का दीपक भी जलाएं।
हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा, संकटमोचन हनुमानाष्टक और बजरंग बाण का पाठ करें, इसके अलावा अगर आप चाहें तो घर में सुंदरकांड का पाठ भी करवा सकते हैं।
हनुमान जी को मोतीचूर के लड्डू प्रिय होते हैं, साथ ही पूजा के समय प्रभु को गुड़ और चने का भोग भी लगाएं।
हनुमान जी प्रभु श्रीराम के बहुत बड़े भक्त हैं, बजरंग बली की पूजा के साथ श्रीराम की पूजा करने से आपकी भक्ति का फल दोगुना हो जाता हैं और पवन पुत्र हनुमान भी आपकी भक्ति से अति प्रसन्न होते हैं।