सावन के महीना की शुरुआत 4 जुलाई से हो चुकी है। इस महीने में शिव जी की पाठ-पूजा की जाती है। सावन का महीना शिव भक्तों के लिए विशेष होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को सावन के महीने में बेलपत्र चढ़ाना बेहद ही शुभ माना जाता है। बेलपत्र चढ़ाने से शिव जी जल्द ही प्रसन्न होते है।
ऐसी मान्यता है कि बेल के पेड़ की जड़ में में गिरिजा, तने में महेश्वरी, शाखा में दक्षायनी, पत्ती में पार्वती तथा पुष्प में गौरी जी का वास होता है । इसी कारण शंकर जी को बेलपत्र प्रिय हैं।
भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि बेलपत्र तीन पत्तियों वाली ही हो। भगवान शिव को तीन पत्तियों वाले बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है।
भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करते समय इस बात का ध्यान रखें कि जिस बेलपत्र को आप भगवान शिव को अर्पित कर रहे कहीं से कटे-फटे न हो।
शिव लिंग पर बेल पत्र चढ़ाते समय ध्यान रखना चाहिए कि बेल पत्र की सतह जिस ओर से चिकनी हो उस ओर से ही बेल पत्र चढ़ाना चाहिए।
मान्यताओं के अनुसार सोमवार के दिन बेलपत्र को नहीं तोड़ना चाहिए। शिव जी को बेलपत्र चढ़ाने के लिए एक दिन पहले ही बेलपत्र को तोड़ लें।