चैत्र नवरात्र हवन बिना अधूरी क्यों मानी जाती है?


By Ayushi Singh03, Apr 2025 03:18 PMnaidunia.com

नवरात्र के आखिरी दिन हवन करने का विधान है और ऐसा करने से घर का वातावरण शुद्ध होता है। आइए जानते हैं कि चैत्र नवरात्र हवन बिना अधूरी क्यों मानी जाती है-

चैत्र नवरात्र हवन तारीख

चैत्र नवरात्र में नवमी के दिन हवन कर सकते हैं, लेकिन दुर्गा अष्टमी और महानवमी को नवरात्र का हवन करते हैं। इस बार  दुर्गा अष्टमी 5 अप्रैल और नवमी 6 अप्रैल को मनाई जाएगी।

माना जाता है अहम

नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है और नौवें दिन हवन करने का विशेष महत्व है।

मां दुर्गा होती है प्रसन्न

नवरात्र के आखिरी दिन हवन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती है और भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखती है। साथ ही, सुख-समृदि का वास होता है।

सकारात्मक ऊर्जा का संचार

नवरात्र के आखिरी दिन हवन करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

नवरात्र का होता है समापन

नवरात्र के आखिरी दिन हवन करने से व्रत का समापन होता है और इससे घर में सुख-शांति का वास होता है।

डिस्क्लेमर

लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।

इन कारणों से चैत्र नवरात्र हवन बिना अधूरी मानी जाती है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM

तांबे के लोटे में कलावा क्यों बांधा जाता है?