हिंदू धर्म में इंसान के मरने के बाद उसके मुंह में सोना रखने का अपना अलग महत्व है और इसके पीछे कई मान्यता भी है। आइए जानते हैं कि इंसान के मरने के बाद उसके मुंह में सोना क्यों रखा जाता है-
माना जाता है कि सोने से बनी चीज या सोने का टुकड़ा मृतक के मुंह में रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है, जिससे वह बार-बार जन्म-मरण की प्रक्रिया से मुक्त हो जाती है।
ऐसा माना जाता है कि सोने से आत्मा को सकारात्मक गति प्राप्त करने में मदद मिलती है और उसकी यात्रा अच्छी होती है।
शास्त्रों में सोने को पवित्र माना जाता है, इसलिए इसे मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा में सहायक माना जाता है।
यह प्रथा अंतिम संस्कार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, इसका मतलब है कि व्यक्ति की आत्मा पृथ्वी या मृतकों के लोक में न अटक रहें।
सोना एक पवित्र धातु माना जाता है। इसे आत्मा की शुद्धि और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है।
लेख में दी गई सभी जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।
इन कारणों से इंसान के मरने के बाद उसके मुंह में सोना रखा जाता है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM