राजस्थान के सीकर में स्थित खाटू श्याम मंदिर कृष्ण जी के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। आइए जानते है की खाटू श्याम मंदिर क्यों है इतना खास?
खाटू श्याम जी का मंदिर सीकर स्थित खाटू गांव में बना है। धर्म शास्त्रों में खाटू श्याम जी को कलियुग में श्रीकृष्ण का अवतार माना जाता हैं।
श्री कृष्ण ने खाटूश्याम जी से यरह वरदान प्राप्त किया था कि वो कलयुग में श्याम के नाम से जाने जाएंगे। भक्त उनकी इसी रुप में पूजा करते है।
भक्त खाटू श्याम जी के दरबार में जाकर जो भी मांगते हैं वो उन्हें लाखों-करोड़ों बार देते हैं। इसी के चलते उन्हें लखदातार भी कहा जाता है।
खाटूश्याम जी के नाम के उच्चारण मात्र से भी मोक्ष प्राप्ति संभव है। सच्चे भाव से खाटूश्याम जी की पूजा करने से भक्त की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
खाटूश्याम बाबा को खाटू वाला श्याम, दीनों का नाथ, खाटू नरेश, श्याम बाबा, कलयुग का अवतार समेत कई अन्य नामों से भी जाना जाता है।
बाल्यकाल में खाटू श्याम जी का नाम बर्बरीक था। श्याम नाम उन्हें कृष्ण जी ने दिया था, बर्बरीक का नाम श्याम उनके घुंघराले बाल होने की वजह से पड़ा था।
खाटूश्याम राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर है। इस मंदिर के पास सबसे नजदीकी पेलवे स्टेशन रिंगस है। स्टेशन से मंदिर लगभग 18 किमी की दूरी पर है।