हिंदू धर्म में श्रृंगार का विशेष महत्व है और हर आभूषण का किसी न किसी ग्रह से संबंध होता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि नाक में चांदी की नथ क्यों नहीं पहनी जाती है-
ऐसा माना जाता है कि शरीर के ऊपरी हिस्से में सोना पहना जाता है और निचले हिस्से में चांदी से बने आभूषण पहनना चाहिए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शरीर का ऊपरी हिस्सा भगवान का हिस्सा माना जाता है,वहीं दूसरी ओर सोना को शुभता का प्रतीक माना जाता है।
चांदी की धातु में चंद्रमा का वास माना जाता है, वहीं चांदी की नथ को नाक में पहनने से शुक्र कमजोर होता है।
कभी-भी भूल से नाक में चांदी की नथ नहीं पहननी चाहिए। शुक्र के कमजोर होने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सोने को देवी-देवता से जुड़ा माना जाता है। इसे शरीर के ऊपरी हिस्से में पहनने से सूर्य ग्रह मजबूत होता है।
नाक में चांदी की नथ पहने से शुक्र के नकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही, इससे जीवन में अस्थिरता भी आती है।
इन कारणों से नाक में चांदी की नथ नहीं पहनी जाती है। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM