By Prakhar Pandey2023-05-11, 10:24 ISTnaidunia.com
नींद
कहा जाता हैं कि रात में पीपल के पेड़ की नीचे नहीं सोना चाहिए। मान्यताओं के मुताबिक पीपल के पेड़ में आत्माओं का वास होता हैं। आइए जानते हैं क्या हैं इसकी सच्चाई?
पीपल का पेड़
पीपल के पेड़ को लेकर कई प्रकार की मान्यताएं हैं। कहां जाता हैं कि पीपल के नीचे सोने से आपके लिए हानिकारक हो सकता हैं और आप बुरी आत्माओं के प्रकोप में भी फंस सकते हैं।
विश्वास या अंधविश्वास
गावों में और ग्रामीण क्षेत्रों में खास यह बात कही जाती हैं कि रात में पीपल के पेड़ के नीचे आराम करने से नकारात्मक शक्तियां आपके अंदर आ जाती हैं। यह बात अंधविश्वास भी हो सकती हैं।
विज्ञान
पीपल के पेड़ के नीचे ने सोने के वैज्ञानिक कारण भी होते हैं। पौधे सूरज की रोशनी में प्रकाश संश्लेषण करते हैं। रात के समय में पीपल के पेड़ मुख्य रुप से कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ता है।
निर्वहन
इंसानों में लगातार ऑक्सीजन लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं। लेकिन पीपल का पेड़ रात में सिर्फ कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ता हैं जिसके चलते हमें श्वास लेने में बी दिक्कत हो सकती हैं।
ऑक्सीजन की कमी
रात के समय पीपल का पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड रिलीज करता हैं, जिसके चलते मानव शरीर को सांस लेने में ऑक्सीजन की कमी महसूस हो सकती हैं। इसलिए रात के समय पीपल के पेड़ के नीचे नहीं जाना चाहिए।
पूजनीय हैं पीपल
माना जाता हैं कि पीपल के मूल में ब्रह्मा, अग्रभाग में शिव और मध्य में विष्णु का वास होता हैं। शास्त्रों में इसे दैवीय पौधा बताया गया हैं जिसके पूजा का विधान हैं।
वास्तविकता
पीपल के पेड़ के नीचे न सोने के वैज्ञानिक कारण भी हैं। ऐसे में यह विश्वास हैं या अंधविश्वास इसे समझने से बेहतर इसके वैज्ञानिक कारणों को मानकर भी आप पीपल के आसपास रात में न सोएं।
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