यदि आप महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की कृपा पाना चाहते हैं तो 1 लोटा जल भी आपके लिए फलदाई साबित हो सकता है। सिर्फ जल से भोलेनाथ खुश हो जाते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस समय शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए? यदि नहीं तो आइए हम इसके बारे में आपको विस्तार से बताते हैं।
शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पर जल और बेलपत्र चढ़ाने का विशेष महत्व होता है। ऐसा करने से देवों के देव महादेव जल्द ही प्रसन्न होकर कृपा करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर ये चीजें चढ़ाने से महादेव जल्दी से भक्तों की प्रार्थना सुन लेते हैं और कृपा करते हैं। यह काफी शुभ माना गया है।
लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय कुछ नियमों को ध्यान में रखना बेहद ही जरूरी होता है। ऐसा करने से भगवान खुश होते हैं।
शिवलिंग पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके सुबह 5 बजे से 11 बजे तक जल अर्पित करना चाहिए। यह अत्यंत फलदायी होता है।
शिव पुराण के हिसाब से सूर्य अस्त होने के बाद भूल से भी शिवलिंग पर जल अर्पित नहीं करना चाहिए। वहीं, शिवलिंग के श्रृंगार के बाद जल चढ़ाना वर्जित है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।