नवरात्रि के दिनों में माता रानी के मंत्रों का जाप करना काफी शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
ऐसा कहा जाता है कि माता दुर्गा अपने भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करती हैं और धन -धान्य से पूरी तरह युक्त कर देती हैं।
शक्ति के प्रवाह को सकारात्मकता की ओर लाने के लिए नौ दिन माता रानी की आराधना मंत्रों से किया जाता है। जिसके अपार फल मिलते हैं।
मंत्र या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:, का जाप करने से कई तरह के चमत्कारी फायदे मिलते हैं।
इस मंत्र का अर्थ- जिस देवी के लिए जो सभी प्राणियों में शक्ति के रूप में निवास करते हैं, उन्हें नमस्कार, उन्हें नमस्कार, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार होता है।
इस मंत्र का अर्थ- जिस देवी के लिए जो सभी प्राणियों में शक्ति के रूप में निवास करते हैं, उन्हें नमस्कार, उन्हें नमस्कार, उन्हें नमस्कार, बार-बार नमस्कार होता है।
माता दुर्गा के मंत्रों का जाप करने के लिए सबसे पहले सुबह उठकर स्नान करें। उसके बाद पूजा वाले स्थान को साफ करके वहां बैठ जाएं।
उसके बाद माता रानी के सामने दीपक जलाएं उन्हें फूल अर्पित करें। फिर माता का ध्यान करते हुए इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
इस मंत्र का जाप करने से मन को शांति मिलती है और दिमाग में नई ऊर्जा का संचार होता है। इस मंत्र का जाप आपके लिए कारगर हो सकता है।