नसों का दबना बेहद ही खतरनाक माना जाता है। नसों के बंद या बदने से ब्लड सर्कुलेशन रुकता है। इसके साथ ही नसों में खून जमने लगता है, जोकि शरीर के लिए बुरा होता है।
अगर आपकी नसें बंद हो जाती है, तो दवाइयों के साथ ही आपको कुछ योगासन भी करना चाहिए। योगा करने से नसें खुल सकती है।
भुजंगासन साइटिका नसों के दर्द को खोलने और दर्द से राहत प्रदान करने के साथ ही बैली फैट कम करने में भी लाभकारी है।
भुजंगासन करने के लिए करने के लिए पेट के बल लेटे जाए। उसके बाद हाथों सिर के दोनों तरफ जमीन पर टिकाएं और हथेलियों को कंधों के बराबर ले जाएं। अब गहरी सांस लेते और हाथों को जमीन पर दबाते हुए शरीर को नाभि तक ऊपर की तरफ उठाएं।
नस दबने पर आपको अधोमुख श्वान आसन करना चाहिए। भुजंगासन करने से दबी हुई नस खुलने लगती है। इस आसन को करने से ब्लड फ्लो बढ़ता है।
अधोमुख श्वान आसन करने के लिए हाथों को ऊपर ले जाएं फिर जमीन पर नीचे और झुकें। घुटने और हाथ को एकदम सीधा रखें। इसके बाद गहरी सांस लेते हुए कूल्हों पर भार या जोर डालें।
सुप्त पादांगुष्ठासन नसों में दर्द की समस्या में काफी लाभकारी होता है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और दबी नसों को खोलने में मदद करता है।
इस आसन को करने के लिए शवासन मुद्रा में लेट जाएं। फिर धीरे-धीरे पैरों और पंजों स्ट्रेच करते हुए एड़ियों की मदद से पैरों को दबाएं। उसके बाद घुटने को सीने तक लाएं। दाएं पैर को छत की ओर स्ट्रेच करते हुए सीधी रखें।
ये तीन आसन बंद नसों को खोल देते है। लाइफस्टाइल की खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ