बांग्लादेश में दुर्गा पूजा से पहले मां काली के मंदिर में तोड़फोड़, हिंदू समुदाय को डराने की कोशिश
बांग्लादेश के कुस्टिया जिले के मिर्पुर में श्री श्री रक्षा काली मंदिर पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। दुर्गा पूजा से पहले हुई इस घटना ने हिंदू अल्पसंख्यकों में भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। भारत ने इस पर गहरी चिंता जताई।
Publish Date: Tue, 16 Sep 2025 12:27:24 PM (IST)
Updated Date: Tue, 16 Sep 2025 12:27:24 PM (IST)
बांग्लादेश में हिंदू धार्मिक स्थलों पर हमले किए जा रहे हैं। (फोटो- एजेंसी)HighLights
- कुस्टिया मंदिर पर हमला, मूर्तियां क्षतिग्रस्त और डर बढ़ा।
- बिजली गुल और बारिश में हमलावरों ने हमला किया।
- मंदिर समिति ने असुरक्षा और डर की बात कही।
एजेंसी, कुस्टिया। Bangladesh Hindu temple attack: बांग्लादेश में हिंदू धार्मिक स्थलों पर लगातार बढ़ते हमलों के बीच एक और घटना ने अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रविवार देर रात कुस्टिया जिले के मिर्पुर उपजिला स्थित श्री श्री रक्षा काली मंदिर में अज्ञात असामाजिक तत्वों ने हमला कर मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। दुर्गा पूजा उत्सव से ठीक पहले हुए इस हमले ने स्थानीय हिंदू समुदाय में भय का माहौल पैदा कर दिया है।
क्या हुआ मिर्पुर में?
- स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार देर रात बिजली गुल होने और हल्की बारिश के दौरान हमलावरों ने मंदिर को निशाना बनाया। इस दौरान कार्तिक और सरस्वती की मूर्तियों के सिर और हाथ तोड़ दिए गए।
- मंदिर की सीसीटीवी कैमरे को क्षतिग्रस्त कर उसका मेमोरी कार्ड भी चुरा लिया। समिति के अध्यक्ष अमरेश घोष ने बताया कि मंदिर पर रोजाना सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं, लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर हमलावरों ने घटना को अंजाम दिया।
मंदिर समिति की प्रतिक्रिया
पूर्व सचिव बदाल कुमार डे ने कहा कि बीते तीन वर्षों से यहां शांति से दुर्गा पूजा आयोजित की जा रही थी। इस घटना ने भक्तों के मन में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। उन्होंने कहा कि यह हमला सीधे तौर पर त्योहार से पहले अल्पसंख्यक समुदाय को डराने की कोशिश है।
बढ़ते हमले पर प्रशासन की चुप्पी
- पुलिस स्टेशन के प्रभारी मोमिनुल इस्लाम ने घटना की पुष्टि की और बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि, हाल के महीनों में बांग्लादेश में मंदिरों पर हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं।
- जून में ढाका के खिलखेत क्षेत्र में प्रशासन ने एक दुर्गा मंदिर तोड़ दिया था, जिसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए।मानवाधिकार संगठन HRCBM ने भी कई जिलों में मूर्तिभंजन की घटनाओं की जानकारी दी। इन्हें हिंदू अल्पसंख्यकों को डराने की साजिश बताया।
भारत की चिंता
भारत के विदेश मंत्रालय ने भी हाल में इन घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने ढाका में मंदिर ढहाने की घटना को लेकर कहा कि अंतरिम सरकार अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों की रक्षा करने में नाकाम रही है। विपक्षी अवामी लीग ने भी सरकार पर अराजकता फैलाने और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है।
हिंदुओं में भय का माहौल
दुर्गा पूजा, जो बांग्लादेश के हिंदू समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार है। उसके पहले मंदिर पर हमला अल्पसंख्यकों में भय की भावना को गहरा कर गया है। नेताओं ने कहा यदि सरकार ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो धार्मिक सद्भाव बिगड़ सकता है।