ट्रंप ने फिर भारत को दी टैरिफ की धमकी, कहा- रूस से तेल खरीदना बंद नहीं किया तो और बढ़ाएंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को रूस से तेल खरीदना बंद नहीं करने पर टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दी है। ट्रंप का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत रूस से तेल नहीं खरीदेगा, लेकिन भारत सरकार ने इस बातचीत से इनकार किया है।
Publish Date: Mon, 20 Oct 2025 10:04:23 AM (IST)
Updated Date: Mon, 20 Oct 2025 12:01:56 PM (IST)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की फाइल फोटो।HighLights
- ट्रंप बार-बार रूस से तेल खरीदी बंद करने का बना रहे दबाव।
- ट्रंप ने फिर कहा कि उन्होंने पीएम नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की है।
- विदेश मंत्रालय साफ कर चुका है कि दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई है।
डिजिटल डेस्क। भारत और रूस के रिश्तों से बौखलाए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने एक बार फिर टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी है। दीपावली के दिन उनका एक और बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा तो अमेरिका टैरिफ में और बढ़ोतरी करेगा।
इसके बाद उन्होंने फिर वहीं बयान दिया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें रूस से तेल नहीं खरीदने का आश्वासन दिया है। उनका कहना है कि इसको लेकर उनकी पीएम मोदी से फोन पर बात हुई है। गौरतलब है विदेश मंत्रालय इस बारे में पहले ही साफ कर चुका कि पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच बात नहीं हुई है।
भारत पर लगाएंगे भारी टैरिफ
अमेरिकी राष्ट्रपति का कहना है कि भारत उनकी शर्तों पर नहीं चलता है तो एक बार फिर वह टैरिफ बढाएंगे। ट्रंप ने फिर दोहराया कि मैंने भारत द्वारा रूस से तेल खरीदे जाने पर पीएम मोदी से फोन पर चर्चा की है। इधर भारत की ओर से इस दावे को खारिज किया जा रहा है कि दोनों देशों के प्रमुखों के बीच ऐसी कोई बात हुई है। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह साफ कर दिया था कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच फोन पर चर्चा नहीं हुई है।
भारत पर सबसे ज्यादा टैरिफ
- अमेरिका ने भारत पर सबसे ज्यादा 50 फीसदी टैरिफ लगाया है।
- अमेरिका का कहना है कि भारत द्वारा तेल खरीदे जाने से रूस को मिल रहे धन से वह यूक्रेन में युद्ध लड़ रहा है।
- अब ट्रंप वापस यह धमकी दे रहे है कि तेल खरीदना बंद नहीं किया जाता तो भारत पर और टैरिफ लगाया जाएगा।
- भारत इस मामले में पहले ही यह साफ कर चुका कि राष्ट्रहित ही हमारी प्राथमिकता है।