एजेंसी, वाशिंगटन: इजरायल-ईरान के बीच चल रहे युद्ध में अब अमेरिका भी कूद पड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म The Truth Social पर एक पोस्ट करके इसकी जानकारी दी है। ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा है कि अमेरिका ने ईरान के 3 न्यूक्लियर ठिकानों पर बम गिराए हैं। जिसके बाद ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित किया। साथ ही ईरान को चेतावनी भी दी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पोस्ट किया, "हमने ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है, जिसमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं। सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। प्राथमिक स्थल, फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया।''
ट्रंप ने पोस्ट में लिखा ''सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर के रास्ते पर हैं। हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई दूसरी सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है! इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।"
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बता दें कि इजरायल और के बीच पिछले 10 दिनों युद्ध जारी है। जिसमें दोनों देश एक दूसरे पर मिसाइलों से हमला कर रहे थे। वहीं अब इस युद्ध में अमेरिका भी सीधा कूद गया है। ईरान पर हमला करने के पीछे इजरायल का मुख्य उद्देश्य ईरान को न्यूक्लियर बम बनाने से रोकना था।
इजरायल को डर है कि यदि ईरान ने न्यूक्लियर बम बना लिया तो वह सबसे पहले उसपर ही हमला कर सकता है।कारण इजरायल ने मुख्य रूप से ईरान के न्यूक्लियर ठिकाना फोर्डो पर निशाना बनाया था। साथ ही इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़े कई प्रमुख वैज्ञानिकों को भी मार दिया है।
ईरान पर हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित किया है। इस दौरान उन्होंने ईरान और इजरायल के युद्ध पर खुलकर अपनी बात रखी है। टंप ने कहा है कि ईरान पिछले 40 साल से अमेरिका के खिलाफ है। ईरान की वजह से हजारों अमेरिकियों और इजरायली नागरिकों की जान गई है। मगर बस, अब यह और नहीं होगा।
राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर ईरान में शांति स्थापित नहीं हुई तो फिर विनाश होगा। ईरान आगे और भी हमलों के लिए तैयार रहे। भविष्य के हमले इससे कहीं ज्यादा भयानक होंगे। ईरान पर अमेरिका के हमले का उद्देश्य परमाणु खतरे को हमेशा के लिए खत्म करना था। इसीलिए अमेरिका ने ईरान की परमाणु साइट्स को निशाना बनाया है।