एजेंसी, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को गाजा और इजरायल के बीच समझौते की घोषणा कर दी। उन्होंने इस समझौते को ऐतिहासिक बताया। इसमें गाजा संघर्ष को समाप्त करना और बंधकों की रिहाई करना शामिल है।
यह समझौता ट्रंप के 20 बिंदु शांति फ्रेमवर्क के तहत हुआ है, जो पिछले दो वर्षों से जारी भीषण युद्ध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मिस्र में हुई अप्रत्यक्ष वार्ताओं के बाद यह समझौता साकार हुआ है, जो हमास के 2023 के हमले की दूसरी बरसी के ठीक अगले दिन सामने आया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Truth Social पर घोषणा की कि इजराइल और हमास दोनों ने उनके 20-बिंदु वाले शांति योजना के पहले चरण पर सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि सभी बंधक जल्द रिहा किए जाएंगे। इजराइली सेना तय सीमा तक पीछे हटेगी।
ट्रंप ने इस समझौते को मजबूत, स्थायी और शांति की दिशा में पहला कदम बताया है। उन्होंने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ फोन पर बातचीत कर बधाई दी। नेतन्याहू ने ट्रंप को इजराइली संसद में संबोधन के लिए आमंत्रित भी किया।
हमास के सूत्रों के अनुसार इजराइली सरकार की मंजूरी के 72 घंटे बाद जीवित बंधकों को छोड़ा जाएगा, जबकि मृत बंधकों के शव निकालने में समय लग सकता है। इजराइली सेना प्रमुख एयाल जमीर ने सेना को सतर्क रहने और हर स्थिति से निपटने के निर्देश दिए हैं।
इजराइली सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बंधकों की रिहाई शनिवार से शुरू हो सकती है। ट्रंप ने Fox News के कार्यक्रम में कहा कि यह प्रक्रिया सोमवार से शुरू होने की संभावना है। दोनों पक्षों के बीच यह बातचीत ट्रंप की मध्यस्थता और मिस्र की भागीदारी से संभव हो सकी है।
यह समझौता अगर सफलतापूर्वक लागू हुआ, तो यह पिछले दो वर्षों से जारी गाजा युद्ध को समाप्त करने की दिशा में सबसे बड़ा कदम होगा। इस संघर्ष ने ईरान, यमन और लेबनान जैसे देशों को भी अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया था। अब उम्मीद की जा रही है कि यह समझौता पूरे मध्य पूर्व में स्थायी शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा।