एजेंसी, तेल अवीव। इजरायल और हमास के बीच जंग का दायरा बढ़ता जा रहा है। ताजा खबर यह है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर अपने देश के ताजा हालात की जानकारी दी है। पीएम मोदी ने एक्स हेंडल पर यह जानकारी दी।
इसके बाद पीएम मोदी ने लिखा, 'मैं प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को उनके फोन कॉल और मौजूदा स्थिति पर अपडेट देने के लिए धन्यवाद देता हूं। भारत के लोग इस कठिन समय में इजरायल के साथ मजबूती से खड़े हैं।'
वहीं संयुक्त अरब अमीरात ने सीरिया में असद शासन को हमास-इजरायल युद्ध में हस्तक्षेप न करने या सीरियाई धरती से इजरायल पर हमलों की अनुमति न देने की चेतावनी दी है।
जाहिर तौर पर इसके बाद यदि सीरिया ऐसा कुछ करता है, तो तनाव बढ़ेगा। वहीं इजरायल के समर्थन में अन्य पश्चिमी देशों को एकजुट करने के लिए अमेरिका ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। अमेरिका कई देशों से सीधे सम्पर्क में है, क्योंकि उसे आशंका है कि युद्ध लंबा चलेगा और इसमें किसी भी वक्त ईरान की एंट्री हो सकती है।
हमास ने कहा- हम लंबी जंग के लिए तैयार इजरायल के हमलों और धमकियों के बीच हमास ने कहा है कि वो भी लंबी जंग के लिए तैयार है। इस बीच, उन सैकड़ों लोगों की जान आफत में है, जिन्हें हमास के आतंकियों ने बंधक बना रखा है। हमास ने धमकी दी है कि यदि इजरायल ने उसके नागरिकों पर हमले किए, तो वह एक-एक कर बंधकों को मारना शुरू कर देगा। आने वाले दिनों में यह सबसे बड़ा संकट बन सकता है, क्योंकि बंधकों में कई विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
अमेरिका के शीर्ष जनरल ने ईरान को हमास-इजरायल विवाद से दूर रहने की सलाह दी है। ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल चार्ल्स क्यू ब्राउन ने ईरान को चेतावनी दी और कहा कि अमेरिका नहीं चाहता है कि संघर्ष बढ़े, लेकिन यदि ईरान खुले तौर पर जंग में शामिल होता है तो इसके परिणाम बुरे होंगे।
दिल्ली में इजरायली दूतावास की सुरक्षा बढ़ाई गई: दिल्ली पुलिस ने इजरायल-हमास संघर्ष के मद्देनजर यहां इजराइली दूतावास और चबाड हाउस के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि नई दिल्ली में दूतावास और मध्य दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित चबाड हाउस के आसपास तैनात पुलिस को कड़ी निगरानी बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
अमेरिका में व्हाइट हाउस से जारी बयान के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ही फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन, जर्मनी के चांसलर स्कोल्ज़, इटली के प्रधानमंत्री मेलोनी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक इजरायल के प्रति अपना दृढ़ और एकजुट समर्थन व्यक्त करते हैं। हम हमास और उसके आतंकवादी कृत्यों की स्पष्ट निंदा करते हैं।
“हमास की आतंकवादी कार्रवाइयों का कोई औचित्य नहीं है। इसकी सार्वभौमिक रूप से निंदा की जानी चाहिए। हमास के आतंकवादियों ने घरों में घुसकर बेकसूर नागरिकों का नरसंहार किया, संगीत समारोह का आनंद ले रहे 200 से अधिक युवाओं की हत्या कर दी, और बुजुर्ग महिलाओं, बच्चों और पूरे परिवारों का अपहरण कर लिया, जिन्हें अब बंधक बनाया गया।”
हमास के अभूतपूर्व हमले के जवाब में इजरायल ने गाजा पट्टी पर भीषण हमला अभी शुरू किया है। इसी गूंज वर्षों तक सुनाई देगी। हम अपने दुश्मनों के साथ ऐसा सूलूक करेंगे कि उसका असर कई पीढ़ियों तक रहेगा। - इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू
युद्ध में दोनों ओर से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,600 हो गई है। शनिवार सुबह के हमास के अचानक किए गए हमलों के बाद इजरायल के दक्षिणी शहरों में अभी भी शवों का मिलने जारी है। इस बीच, हमास ने धमकी दी है कि यदि इजरायल ने उसके नागरिकों को निशाना बनाया, तो वह बंधकों को मारना शुरू कर देंगे।